हर माता-पिता की चाहत होती है कि उनकी बेटी का भविष्य सुरक्षित और उज्जवल हो। लेकिन शिक्षा, स्वास्थ्य और शादी जैसे खर्चों को लेकर अक्सर आर्थिक चिंता बनी रहती है। ऐसे में भारत सरकार की सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) एक बेहतरीन विकल्प बनकर सामने आई है। यह योजना खासतौर पर बेटियों के नाम पर बचत को बढ़ावा देने के लिए बनाई गई है, जिससे उन्हें भविष्य में वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर बनाया जा सके।
2025 में इस योजना में कुछ अहम बदलाव और फायदे देखे गए हैं, जिससे इसकी लोकप्रियता और भी बढ़ गई है। इस योजना के तहत यदि एक बच्ची के नाम हर साल नियमित रूप से अधिकतम निवेश किया जाए, तो खाता परिपक्व होने पर उसे लगभग ₹71 लाख तक की राशि टैक्स-मुक्त मिल सकती है। आइए अब इस योजना को विस्तार से समझते हैं।
सुकन्या समृद्धि योजना क्या है?
सुकन्या समृद्धि योजना एक लॉन्ग टर्म सेविंग स्कीम है जिसे केंद्र सरकार ने जनवरी 2015 में ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान के तहत शुरू किया था। इस योजना की मदद से माता-पिता अपनी बेटी के नाम पर बचत खाता खोल सकते हैं, जिससे उसकी आगे की पढ़ाई और शादी जैसे खर्चों के लिए आर्थिक सहायता एकत्र की जा सके।
इस योजना का उद्देश्य बेटियों के लिए वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित करना है। खाता खोलने की अनुमति तभी मिलती है जब बच्ची 10 वर्ष से कम आयु की हो। इसमें माता-पिता हर वर्ष न्यूनतम ₹250 व अधिकतम ₹1.5 लाख तक निवेश कर सकते हैं।
सुकन्या समृद्धि योजना की अवधि 21 वर्ष होती है। इसमें शुरू के 15 वर्षों तक राशि जमा की जाती है और उसके बाद बाकी वर्षों में खाता वहीं पड़ा रहता है, जिस पर ब्याज मिलता रहता है। जब बेटी 21 वर्ष की पूर्ण आयु में पहुंचती है या उसकी शादी होती है, तब पूरा पैसा उसको मिल जाता है।
मुख्य फायदे
1. अधिक ब्याज दर:
सुकन्या योजना पर फिलहाल 8.2% प्रति वर्ष (जुलाई-सितंबर 2025 के लिए) का ब्याज मिल रहा है। यह ब्याज आम बैंक एफडी और अन्य छोटी बचत योजनाओं की तुलना में अधिक होता है।
2. टैक्स लाभ:
इस योजना में किए गए निवेश पर आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत ₹1.5 लाख तक की टैक्स छूट मिलती है। साथ ही, परिपक्वता पर मिलने वाली राशि भी पूरी तरह टैक्स-मुक्त होती है।
3. बेटी की शिक्षा और शादी के लिए उपयोगी:
18 साल की उम्र में बेटी के उच्च शिक्षा के लिए जमा राशि का 50% निकाला जा सकता है। शादी या 21 साल की उम्र पूरी होने के बाद पूरा पैसा मिल जाता है।
4. सुरक्षित और सरकारी योजना:
यह योजना सरकार द्वारा चलाई जाती है, जिससे इसका निवेश पूरी तरह सुरक्षित और गारंटीड होता है।
कैसे मिलेगा ₹71 लाख तक का लाभ?
जुलाई 2025 तक अगर कोई माता-पिता अपनी 1 वर्ष की बेटी के नाम पर सुकन्या समृद्धि खाता खोलते हैं और हर साल अधिकतम ₹1.5 लाख जमा करते हैं, तो 15 वर्षों तक कुल निवेश ₹22.5 लाख होगा।
इस राशि पर 8.2% सालाना चक्रवृद्धि ब्याज मिलेगा, जिससे 21 वर्षों के अंत में राशि लगभग ₹69.27 लाख हो जाएगी। अगर ब्याज दर थोड़ी कम या अधिक हो तो यह अमाउंट ₹71 लाख तक पहुंच सकता है।
इस तरह कम निवेश से लंबी अवधि में बेटी के लिए एक मजबूत वित्तीय फंड तैयार हो सकता है, जो उसकी पढ़ाई, करियर या शादी में बेहद मददगार सिद्ध होगा।
कैसे खोलें सुकन्या समृद्धि खाता?
सुकन्या समृद्धि खाता किसी भी मान्यता प्राप्त बैंक या भारतीय डाकघर (Post Office) में खोला जा सकता है। इसके लिए माता-पिता या कानूनी अभिभावक आवेदन कर सकते हैं।
जरूरी दस्तावेजों में शामिल हैं:
- बेटी का जन्म प्रमाण पत्र
- माता-पिता या अभिभावक का आधार कार्ड
- आवास प्रमाण पत्र (Address Proof)
- पासपोर्ट साइज फोटो
खाता खोलते समय न्यूनतम ₹250 की राशि जमा करनी अनिवार्य है। इसके बाद सालाना ₹250 से लेकर ₹1.5 लाख तक की राशि जमा की जा सकती है। यह राशि एक साथ या अलग-अलग किश्तों में जमा की जा सकती है।
बेटी की उम्र 18 वर्ष होने के बाद पढ़ाई के लिए 50% राशि निकाली जा सकती है। 21 साल पूरे होने पर या शादी के समय शेष पूरी राशि टैक्स-मुक्त मिल जाती है।
कुछ शर्तें और नियम
सुकन्या योजना में कुछ जरूरी नियमों का पालन करना पड़ता है। इसमें सबसे अहम यह है कि एक बच्ची के नाम केवल एक ही खाता खोला जा सकता है। एक परिवार में अधिकतम दो बेटियों के लिए यह योजना लागू होती है।
अगर किसी खास स्थिति में (जैसे जुड़वां बेटियों का जन्म एक साथ हुआ हो), तो तीसरी बेटी के लिए भी खाता खोलने की अनुमति मिल सकती है।
इस योजना में यदि कोई सालाना न्यूनतम ₹250 भी जमा नहीं करता है तो वह खाता डिफॉल्टर खाता बन जाएगा। लेकिन बाद में एक विशेष जुर्माना देकर इसे दोबारा संचालित किया जा सकता है।
क्यों है यह योजना खास?
आज के समय में जहां अन्य निवेश विकल्पों में जोखिम अधिक होता है, सुकन्या समृद्धि योजना एक सुरक्षित, सरल और प्रभावी विकल्प है। यह योजना बेटी को आत्मनिर्भर बनाने में सहायता करती है।
8.2% चक्रवृद्धि ब्याज और टैक्स फ्री रिटर्न इसकी सबसे बड़ी खूबी है। साथ ही सरकार की ओर से गारंटी मिलने से इसमें पूंजी का जोखिम नहीं होता।
कम इनकम वाले परिवार भी इस योजना में शामिल होकर ₹250 जैसे मामूली निवेश से अपनी बेटी का भविष्य सुरक्षित कर सकते हैं।
निष्कर्ष
सुकन्या समृद्धि योजना 2025 में बेटियों के लिए एक मजबूत वित्तीय सुरक्षा कवच के रूप में सामने आई है। यह योजना न केवल बड़ी बचत का अवसर देती है बल्कि टैक्स लाभ और बेटी की शिक्षा एवं शादी में आर्थिक सहायता का माध्यम भी बनती है।
अगर आपकी बेटी की उम्र 10 साल से कम है, तो बिना देर किए इस योजना का लाभ उठाएं और उसके सुनहरे भविष्य की नींव आज ही मजबूत करें।