फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) भारतीय निवेशकों के बीच सबसे भरोसेमंद और सुरक्षित निवेश विकल्पों में से एक मानी जाती है। जब बात आती है सरकारी बैंकों की, तो भारतीय स्टेट बैंक (SBI) का नाम सबसे ऊपर आता है। हाल ही में एसबीआई ने अपनी फिक्स्ड डिपॉजिट योजनाओं की ब्याज दरों को संशोधित किया है, जो 15 जुलाई 2025 से प्रभावी हैं। इसके बाद से निवेशकों में यह जानने की उत्सुकता है कि नई दरों में क्या बदलाव हुआ है और उनके लिए कौन-सी योजना फायदेमंद रहेगी।
भारत में कई लोग फिक्स्ड डिपॉजिट को अपने बचत और भविष्य के लिए सबसे उपयुक्त मानते हैं। एसबीआई की FD योजनाएं विशेष रूप से सामान्य नागरिकों, वरिष्ठ नागरिकों और सुपर सीनियर नागरिकों के लिए ध्यान में रखकर डिज़ाइन की गई हैं। इसलिए यदि आप भी अपनी धनराशि को सुरक्षित तरीके से निवेश करना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए बेहद उपयोगी साबित होगा।
पूरी जानकारी
एसबीआई की नई FD ब्याज दरें निवेशकों के वर्ग और जमा की अवधि के अनुसार अलग-अलग हैं। नई दरें 7 दिनों से लेकर 10 साल की अवधि वाली FD पर दी गई हैं। सामान्य ग्राहकों को 3.00% से लेकर अधिकतम 6.60% तक ब्याज दिया जा रहा है। वहीं, वरिष्ठ नागरिकों को हर दर पर 0.50% अधिक यानी अधिकतम 7.10% तक का ब्याज मिलता है।
उदाहरण के तौर पर, यदि आप 1 साल के लिए FD खोलते हैं, तो सामान्य ग्राहक को 6.50% और वरिष्ठ नागरिक को 7.00% तक ब्याज मिलेगा। इसी तरह, 2 से 3 साल की FD पर सामान्य ग्राहकों को 6.65% और वरिष्ठ नागरिकों को 7.15% तक का ब्याज मिल सकता है।
हालांकि, लंबी अवधि की FD योजनाओं पर दरें थोड़ी स्थिर रखी गई हैं, जसे 5 साल से ऊपर की योजनाओं में सामान्य ग्राहक को 6.30% से 6.60% तक और वरिष्ठ नागरिकों को 6.80% से 7.10% तक ब्याज व्याज मिल रहा है।
अमृत वृष्टि और सुपर सीनियर स्कीम की जानकारी
एसबीआई द्वारा 444 दिनों की एक विशेष FD योजना “अमृत वृष्टि” भी लॉन्च की गई है। यह योजना सीमित समय के लिए उपलब्ध है और इसमें सामान्य निवेशकों को 6.60% तथा वरिष्ठ नागरिकों को 7.10% ब्याज दिया जा रहा है। यदि आप 80 वर्ष से अधिक आयु के हैं, तो आपको इसमें 7.20% ब्याज प्राप्त होता है, जिसे “सुपर सीनियर फिक्स्ड डिपॉजिट” स्कीम कहा जाता है।
इस प्रकार की योजनाएं उन लोगों के लिए बेहद उपयोगी होती हैं जो कम जोखिम में सुरक्षित और नियमित वापसी की अपेक्षा रखते हैं। अमृत वृष्टि स्कीम सिर्फ 444 दिनों की होती है, यानी एक सीमित अवधि के लिए अधिक ब्याज दर के साथ निवेश का अवसर मिलता है।
एसबीआई “Patrons” नामक योजना भी चलाता है, जो विशेष रूप से 80 वर्ष से ऊपर के वरिष्ठ नागरिकों को लक्षित करती है। इस योजना में सामान्य वरिष्ठ नागरिक FD दरों के अलावा 10 बेसिस पॉइंट्स (0.10%) अतिरिक्त ब्याज दिया जाता है।
फायदे और सावधानियां
एसबीआई की फिक्स्ड डिपॉजिट योजनाएं न केवल सुरक्षित होती हैं, बल्कि समय के साथ निरंतर ब्याज भी अर्जित करती हैं। इसमें निवेशक नियमित अंतराल पर ब्याज प्राप्त करने का विकल्प चुन सकते हैं – जैसा कि मासिक, तिमाही या मैच्योरिटी के समय एकमुश्त। FD में न्यूनतम ₹1,000 से निवेश किया जा सकता है और अधिकतम राशि की कोई सीमा नहीं है।
हालांकि FD पर मिलने वाला ब्याज आयकर के दायरे में आता है, और यदि सालाना ब्याज ₹50,000 (सामान्य नागरिक) या ₹1,00,000 (वरिष्ठ नागरिक) से अधिक होता है, तो उस पर TDS (Tax Deducted at Source) काटा जाता है। ऐसे में अगर आपकी कुल वार्षिक आय टैक्स स्लैब में नहीं आती, तो आप बैंक में 15G या 15H फॉर्म भरकर TDS से बच सकते हैं।
FD की एक खास बात यह भी है कि आप अपनी जमा राशि पर लोन ले सकते हैं। अधिकांश मामलों में आपको FD राशि के 85% तक का लोन मिल जाता है। कई बार ऐसी स्थिति होती है जब निवेश के बीच में पैसों की जरूरत होती है, ऐसे में FD लोन एक सुविधाजनक विकल्प हो सकता है।
पहले रकम निकालने पर क्या होगा?
यदि आप FD की परिपक्वता अवधि (Maturity) से पहले ही अपना पैसा निकालना चाहते हैं, तो उस पर कुछ दंड (Penalty) लग सकता है। एसबीआई आमतौर पर 0.50% से 1.00% तक की ब्याज दर में कटौती करता है, जो निकासी की अवधि और अमाउंट पर निर्भर करता है।
समय से पहले निकासी करने से मिलने वाले ब्याज में भी कमी आ सकती है। इसलिए निवेश के समय अपनी वित्तीय योजना को ध्यान में रखते हुए अवधि का चुनाव करें और कोशिश करें कि जरूरत से पहले FD को न तोड़ें।
एसबीआई FD कैसे खोलें?
एसबीआई फिक्स्ड डिपॉजिट खाता खोलने के दो मुख्य तरीके हैं – ऑनलाइन और ऑफलाइन।
ऑनलाइन खाता खोलने के लिए:
- एसबीआई की YONO ऐप या इंटरनेट बैंकिंग का प्रयोग करें।
- लॉगिन करके “Fixed Deposit” सेक्शन में जाएं।
- रकम और अवधि का चयन करें, ब्याज भुगतान का तरीका चुनें और पुष्टि करें।
ऑफलाइन खाता खोलने के लिए:
- निकटतम एसबीआई शाखा पर जाएं।
- FD फॉर्म भरें और अपने पहचान प्रमाण (जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी) और पता प्रमाण के साथ जमा करें।
- कर्मचारी द्वारा आपके खाते में FD दर्ज की जाएगी और रसीद दी जाएगी।
नामांकन (Nominee) की सुविधा भी FD खाते में दी जाती है, जिसके मदद से आकस्मिक स्थिति में जमा राशि आपके द्वारा निर्दिष्ट व्यक्ति को मिलती है।
निष्कर्ष
एसबीआई की नई FD ब्याज दरें उन निवेशकों के लिए राहत की खबर हैं जो अपने पैसों को सुरक्षित और लाभकारी तरीके से बढ़ाना चाहते हैं। चाहे आप युवा हों, वरिष्ठ नागरिक या सुपर सीनियर – हर वर्ग के लिए ब्याज दरों को ध्यान में रखते हुए योजनाएं उपलब्ध हैं। निवेश करने से पहले स्कीम की अवधि, TDS नियम और समयपूर्व निकासी की शर्तों को अच्छी तरह समझ लें।
SBI FD एक भरोसेमंद और स्थिर निवेश विकल्प है, खासकर उन लोगों के लिए जो कम जोखिम में पैसा बढ़ाना चाहते हैं। सही योजना और उपयुक्त अवधि चुनकर आप अपने भविष्य को आर्थिक रूप से मजबूत बना सकते हैं।