रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के नोटों से जुड़ी ताज़ा खबर ने आम जनता के बीच एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। खासतौर पर ₹500 के नोट को लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह की अफवाहें तेजी से फैल रही हैं। कुछ लोगों का मानना है कि RBI जल्द ही ₹500 के नोटों का प्रचलन बंद कर देगा, जिससे लोगों में भ्रम और चिंता देखने को मिल रही है।
₹500 के नोट भारतीय अर्थव्यवस्था में काफी अहम भूमिका निभाते हैं। इनका इस्तेमाल रोज़मर्रा के लेन-देन, व्यापारिक व्यवहार और नकद लेन-देन में बड़े स्तर पर होता है। हाल ही में सोशल मीडिया पर कई गलत सूचनाएं फैलीं जिसमें कहा गया कि सितंबर 2025 के बाद एटीएम से ₹500 के नोट मिलना बंद हो जाएगा। हालांकि सच्चाई यह है कि RBI ने ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया है।
₹500 के नोटों पर RBI का नया अपडेट
दरअसल, RBI ने बैंकों और व्हाइट लेबल ATM ऑपरेटरों को यह निर्देश दिया है कि वे एटीएम में ₹100 और ₹200 के नोटों की उपलब्धता बढ़ाएं। इसका उद्देश्य जनता को छोटे मूल्य के नोटों की अधिक सुविधा प्रदान करना है, जिससे लेन-देन में आसानी हो सके।
RBI के अनुसार, 30 सितंबर 2025 तक सभी बैंकों को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनके कम से कम 75% ATM में ₹100 या ₹200 के नोट अनिवार्य रूप से एक कैसेट में मौजूद हों। इसके बाद 31 मार्च 2026 तक यह संख्या बढ़ाकर 90% कर दी जाएगी। इसके पीछे यह सोच है कि आम लोगों को छोटे नोटों की आसानी से उपलब्धता हो सके ताकि ज़रूरी लेन-देन में कोई असुविधा न हो।
यह खास बात समझनी जरूरी है कि इन बदलावों का ₹500 के नोट की वैधता या उसकी छपाई से कोई संबंध नहीं है। यह केवल ATM के माध्यम से छोटे नोटों की उपस्थिति बढ़ाने की योजना है, ताकि पुराने समय की तरह “छुट्टे की समस्या” को कम किया जा सके।
सरकार और RBI का स्पष्टीकरण
सोशल मीडिया पर फैल रही इन अफवाहों को देखते हुए केंद्र सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक दोनों ने यह साफ-साफ जानकारी दी है कि ₹500 का नोट न तो बंद किया जा रहा है, और न ही यह वैधता खो रहा है।
सरकार की ओर से यह कहा गया है कि किसी भी मूल्यवर्ग के नोटों को बंद करने का निर्णय जब भी लिया जाता है, तो वह आधिकारिक घोषणा के साथ होता है। इस तरह के किसी आदेश की गैरमौजूदगी में यह मानना गलत है कि ₹500 के नोट कुछ महीनों में पूरी तरह बंद हो जाएंगे।
वहीं RBI ने यह भी बताया है कि नया ₹500 का नोट आने वाला है जिस पर वर्तमान गवर्नर के हस्ताक्षर होंगे। पुराने नोटों की तरह यह भी वैध होगा। पुराने ₹500 के नोटों की वैधता में कोई बदलाव नहीं किया जा रहा है।
कुछ नोटों के डिज़ाइन, रंगों और सुरक्षा विशेषताओं में मामूली बदलाव किए जाएंगे, जिससे जालसाजी की रोकथाम हो सके और जनता को सुरक्षित मुद्रा मिल सके। ₹10, ₹100, ₹200 व ₹500 के नोटों के नए संस्करण भी इसी प्रक्रिया के तहत जारी किए जाएंगे।
नोटबंदी और ₹500 के नोट की पृष्ठभूमि
नवंबर 2016 में जब देश में नोटबंदी की घोषणा की गई थी, तो ₹500 और ₹1000 के पुराने नोटों का चलन समाप्त कर दिया गया था। इसके पश्चात, नये स्वरूप में ₹500 और ₹2000 के नये नोट जारी किये गये थे।
हालांकि वर्ष 2023-24 में ₹2000 के नोटों को चरणबद्ध तरीके से चलन से वापस लिया गया। लेकिन ₹500 के नोट का प्रचलन उसी तरह बना रहा। अब RBI की प्राथमिकता है की लोग छोटे नोटों का उपयोग अधिक करें ताकि रोज़मर्रा के लेन-देन में आसानी हो।
आज भी ₹500 का नोट उच्चतम मूल्य की मुद्रा के रूप में हर वर्ग में उपयोग होता है। छोटे व्यापारी, दुकानदार हो या आम नागरिक — सबके लिए यह नोट एक भरोसेमंद माध्यम बना हुआ है।
जनता के लिए जरूरी जानकारी
सभी नागरिकों के लिए यह जरूरी है कि वे सोशल मीडिया पर मिलने वाली सूचनाओं की तथ्यों के आधार पर जांच करें। किसी भी प्रकार की अफवाह या बिना पुष्टि की गई जानकारी पर विश्वास न करें। यदि भविष्य में ₹500 नोट से संबंधित कोई बड़ा निर्णय लिया जाता है, तो RBI और सरकार दोनों आधिकारिक रूप से इसकी घोषणा करेंगे।
ATM में छोटे नोटों की बढ़ती उपस्थिति आम लोगों को सहूलियत पहुंचाने के लिए है। इसका ₹500 नोट के चलन पर कोई नकारात्मक असर नहीं है।
जहां एक ओर डिजिटल पेमेंट ने बढ़ोतरी की है, वहीं नकद लेन-देन भी अब भी एक महत्वपूर्ण हिस्सा बना हुआ है। इसलिए नकद नोटों की उपलब्धता और उनकी विविधता जनता के हित में जरूरी है।
निष्कर्ष
₹500 का नोट पूरी तरह वैध है और इसका प्रचलन जारी रहेगा। RBI द्वारा जारी निर्देशों का उद्देश्य केवल ATM में छोटे नोटों की उपलब्धता को सुनिश्चित करना है, न कि ₹500 के नोटों को बंद करना। इसलिए, सोशल मीडिया पर फैल रही झूठी अफवाहों से दूर रहें और केवल आधिकारिक जानकारी पर ही भरोसा करें।